शेर और चूहा
एक समय की बात है, जंगल में एक शेर सो रहा था। तभी एक छोटा चूहा उसके ऊपर दौड़ने लगा। शेर जागा और उसने चूहे को पकड़ लिया। चूहा डर के मारे काँपने लगा और शेर से अपनी जान की भीख माँगने लगा। उसने कहा, "मुझे माफ़ कर दो, अगर आप मुझे छोड़ देंगे तो मैं कभी न कभी आपकी मदद करूँगा।"
शेर हँस पड़ा, लेकिन उसने चूहे को छोड़ दिया। कुछ दिन बाद, शेर एक शिकारी के जाल में फँस गया। वह जोर से दहाड़ने लगा, जिससे चूहा दौड़ता हुआ वहाँ आया। चूहे ने अपने नुकीले दाँतों से जाल काट दिया और शेर को आज़ाद कर दिया।
इस तरह, चूहे ने अपनी वादा पूरा किया और शेर को एहसास हुआ कि छोटे प्राणी भी कभी-कभी बड़ी मदद कर सकते हैं।
शिक्षा: किसी को छोटा मत समझो, कभी-कभी छोटा भी बड़ा काम कर सकता है।
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